Last Updated:
May 5, 2025

Click here to submit your article
સદ્ગુરુ શ્રી પ્રેમાનંદ સ્વામી
Per Page :

पद २ : केसरको तिलक भाल (राग: सोहनी)

केसरको तिलक भाल अत रसाल मानु मराल बाल लटक चलत लाल नेननके तारे… केसर० टेक. अधर मधुरी बेंन, चंचल चपल नेंन सेंन हुं में हरत, मेरे प्राण प्यारे… केसर० १ नील कलेवर, चंदनकी कीने खोर वैजयंति माल उर, पीत बसन धारे… केसर० २ करुनानिधान क्हान, हरत मन्मथको मान प्रेमानंद हुंके प्राण, नाथ हमारे… केसर० ३ read more
0 Views : 1430

पद ३ : ए देखे चार चंद (राग: सोहनी)

ए देखे चार चंद एक ठोर जुगल चंद बरन नील, जुगल शशि सोहत बरन गोर… ए देखे० टेक निरख रही नितंबिनी, नवल पीया के संग नये नये नेह भरी, रविजा ऑर… ए देखे० १ चंद संग चार कीर, चार कुद चार प्रवाल चार मीन अलि चार फल, चार अष्ट चकोर… ए देखे० २ प्रेमानंद परम सुंदर छबी, विलोकी थकीत भयो अटकी रह्यो तहां, मन मोर… ए देखे० ३ read more
0 Views : 1717

पद ४ : ए लीने सरस सार उपचार (राग: सोहनी)

ए लीने सरस सार उपचार करन विहार प्यारी भेट ले चली वृषभान दुलारी… ए लीने० टेक करकें सिंगार लीने, फुल चार फल चार चार चतुर पद खाग चारी… ए लीने० १ नव सप्त सज सोहाग, पीया संग अनुराग बडभाग देखन लाग रस भरी नारी… ए लीने० २ ऑर हुं अनेक भाव, नेंन बेंन सेंनहुंमें प्रेमानंद करके रिझाये गिरिधारी… ए लीने० ३ read more
0 Views : 1417

पद ५ :छेला तेरी छेल छबीली (राग: सोहनी)

छेला तेरी छेल छबीली मीठी बोलनी रे… छेला० मनमोहन मीठी बोलनी के सम, ऑर नहिं जग तोलनीरे… छेला० १ बोलनीमें बस भयो मन मेरो, मिट गइ डगमग डोलनीरे… छेला० २ बचन सुधाझरी जन मन उपर, बरसत परम अमोलनीरे… छेला० ३ प्रेमानंद बस गइ दीलमें, तिल छबी करन कपोलनीरेरे… छेला० ४ read more
0 Views : 1694

पद ६ : लाला तेरी लटकनीमें ललचाइ (राग: सोहनी)

लाला तेरी लटकनीमें ललचाइ रे… लाला० लटकती चाल चलत मनमोहन, मधुर मधुर मुसकाइ रे… लाला० १ जब देखुं मोहन रंग भीने, आनंद उर न समाइ रे… लाला० २ लटकती चाल लाल द्रग चंचल, बीनु देखें कछु न सोहाइ रे… लाला० ३ प्रेमानंद घनश्याम मुरति, निरखत ध्यान लगाइ रे… लाला० ४ read more
0 Views : 1407

पद ७ : क्हाना तेरी मुसकनीमें मन लागो (राग:सोहनी)

क्हाना तेरी मुसकनीमें मन लागो रे… क्हाना० मुसकनी मंद बिलोकी सुंदर, भवसंकट दु:ख भागो रे… क्हाना० १ कुलकी लाज संसारको नातो, तोड दियो जैसें धागो रे… क्हाना० २ सुखसंपत परिवार प्राण मोरे, तुमपर वारी कें त्यागो रे… क्हाना० ३ प्रेमानंद कहे मन मुरतिमें, अचल होइ अनुरागो रे… क्हाना० ४ read more
0 Views : 1885

पद ८ : क्हाना तेरे कारने वेरागन भइ (राग:सोहनी)

हो क्हाना तेरे कारने वेरागन भइ हुं रे… हो क्हाना० लोक कुटुंब परिवार छांडीके, गोकुल आयके रइहुं रे… हो क्हाना० १ तेरे रंग रंग्यो अंतरपट, कर जपमाला लइहुं रे… हो क्हाना० २ सुंदर बदन कमल छबी देखन, निशदिन फेरी दइहुं रे… हो क्हाना० ३ प्रेमानंद के नाथ में तेरी, तुम बिना ऑर न चइहुं रे… हो क्हाना० ४ read more
0 Views : 260

पद ९ : लागो थासुं नेह नंदाजीरा लाल (राग:मारु सोहनी)

लागो थासुं नेह नंदाजीरा लाल… लागो० छेला मोइछां देखी थारी चाल… लागो० टेक छेलकुंवर थांरो वदन विलोकी, होइछां मे अधिक निहाल… लागो० १ मुसकनीम मन मोइ रयो छे, सुणी थारां बचन रसाल… लागो० २ माननि मनरंजन मारु थारी, चितवनी चपल गोपाल… लागो० ३ प्रेमानंदरा नाथ रहो उर, दीनानाथ दयाळ… लागो० ४ read more
0 Views : 1390
Powered By Indic IME