लाला तेरी लटकनीमें ललचाइ रे… लाला०
लटकती चाल चलत मनमोहन, मधुर मधुर मुसकाइ रे… लाला० १
जब देखुं मोहन रंग भीने, आनंद उर न समाइ रे… लाला० २
लटकती चाल लाल द्रग चंचल, बीनु देखें कछु न सोहाइ रे… लाला० ३
प्रेमानंद घनश्याम मुरति, निरखत ध्यान लगाइ रे… लाला० ४