केसरको तिलक भाल अत रसाल
मानु मराल बाल लटक चलत लाल नेननके तारे… केसर० टेक.
अधर मधुरी बेंन, चंचल चपल नेंन
सेंन हुं में हरत, मेरे प्राण प्यारे… केसर० १
नील कलेवर, चंदनकी कीने खोर
वैजयंति माल उर, पीत बसन धारे… केसर० २
करुनानिधान क्हान, हरत मन्मथको मान
प्रेमानंद हुंके प्राण, नाथ हमारे… केसर० ३