ए गावे पीया प्यारी, ध्रुपद सप्त सूर तीनग्राम
एक वीस मूर्छना लेत बनाइ… ए गावे. टेक
आरोही अवरोही, अस्ताइ संचाइ
धूरन मूरन बरन बरन परन बजाइ… ए गावे. १
गडगडथों गडगडथों, घुमकटतक् घुमकटतक्
ताधिलांग् ताधिलांग् मरदंग बाजत सोहाइ… ए गावे. २
प्रेमानंद कहे प्यारी, लेत तान तनननन
प्रशंसित श्याम लेत कंठ भुज लगाइ… ए गावे. ३